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भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार पूर्ण बहुमत में नहीं थी इसलिए वह धारा 370 के बारे में कोई ठोस कदम नहीं ऊठा सके और इस बात का पूर्व प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी को दुःख भी अवश्य होगा | परन्तु भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आगे ऐसी कोई विडम्बना नहीं हैं इसका कारण हैं पीएम मोदी जी के पास लोकसभा में 280 सीटो का बहुमत हैं | शायद भारत की जनता ने पीएम मोदी जी को देश की बागडौर यह समझ कर भी दी थी के पीएम मोदी देश के सभी राज्यों में यह असामनता खत्म कर देगे | इसी कारण जब से पीएम मोदी जी ने देश के प्रधानमन्त्री की कुर्सी संभाली हैं लोग उनसे धारा 370 को हटाने की अपेक्षा भी रखते हैं |
कई लोग कहते हैं की यदि यह धारा कश्मीर से हटाई तो अनर्थ हो जाएगा परन्तु भारत में एक बड़ा वर्ग हैं जो इस धारा की हटाने को अपनी सहमती देते हैं | यदि केंद्र सरकार इस धारा 370 को कश्मीर से हटाती हैं तो अनुमानतः चन्द लोगो को पीड़ा तो होगी पर बहुत से ऐसे लोग भी हैं इस देश में जिनको इससे ख़ुशी मिलेगी | असल में माजरा यह हैं की कश्मीर में कुछ लोग जो इस धारा 370 के हटने का विरोध करते हैं वह नहीं चाहते की यह धारा हट और उनकी सियासी दुकाने ठप हो जाये | ऐसे बहुत से नेता कश्मीर में हैं जो यह कहते हैं की यदि कश्मीर से यह धारा 370 हटाई गयी तो कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं रहेगा | आज हम एक वोटिंग शुरू कर रहे हैं जहां आपको यह बताना हैं की क्या आप इस धारा 370 को हटवाना चाहते हैं अथवा नहीं | आपके सामने कुछ विकल्प होगे आपको अपनी इच्छा से इन विकल्पों का चुनाव करना हैं जिससे देश की जनता की इच्छा सरकार को पता चल सके
जहां तक धारा 370 हटाने की बात हैं इसके लिए संसद में दो तिहाई बहुमत अर्थात लोकसभा में 367 सीट और राज्य सभा में 164 सीटो की आवश्यकता हैं | केंद्र सरकार यह काम नहीं कर पाएगी इसका कारण यह हैं की इतना बहुमत केंद्र के पास न तो लोकसभा में हैं और ना राज्य सभा में | जब पीएम मोदी अपने चुनाव का प्रचार कर रहे थे तब पीएम मोदी जी ने इस धारा 370 को लेकर भी कहा था और देश के लोगो ने शायद इसी कारण से भी पीएम मोदी जी को चुना था | अतः अब केंद्र की मोदी सरकार के पास मौका हैं अब इस धारा 370 को लेकर संसद में एक जोरदार बहस करे |
क्या अब कश्मीर से धारा 370 को हटा देना चाहिए ?
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